- जियोडेसिक लिमिटेड और आधी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के बारे में जानकारी देगी स्विस सरकार
- जियोडेसिक पर नियमों के उल्लंघन और आधी एंटरप्राइजेज पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच
Dainik Bhaskar
Dec 02, 2018, 08:41 PM IST
नई दिल्ली. स्विट्जरलैंड कालेधन को लेकर बनी अपनी छवि को सुधारने की कोशिश में लगा है। स्विस सरकार दो भारतीय कंपनियों और 3 लोगों के बारे में भारतीय एजेंसियों को जानकारी देने के लिए राजी हो गई है। इन कंपनियों और लोगों के खिलाफ भारत में कई मामलों में जांच चल रही है।
एजेंसी के मुताबिक, स्विस सरकार जिन दो कंपनियों के बारे में जानकारी देगी, उनमें से एक लिस्टेड कंपनी हैं। कंपनी के खिलाफ नियमों के उल्लंघन के कई मामलों में सेबी जांच कर रही है। वहीं, दूसरी कंपनी का संबंध तमिलनाडु के कुछ राजनेताओं से बताया जा रहा है।
प्रशासनिक मदद को तैयार स्विस सरकार
स्विस सरकार की अधिसूचना के मुताबिक, स्विस सरकार का कर विभाग जियोडेसिक लिमिटेड और आधी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड मामलों में भारत को प्रशासनिक मदद देने के लिए तैयार है। इसी प्रकार से जियोडेसिक लिमिटेड से जुड़े पंकज कुमार ओंकर श्रीवास्तव, प्रशांत शरद और किरन कुलकर्णी के बारे में जानकारी देने की भारत की मांग को स्वीकार कर लिया गया। हालांकि अभी स्विस सरकार ने दोनों कंपनियों और तीनों व्यक्तियों के बारे में भारतीय द्वारा मंागी जानकारी और मदद का खुलासा नहीं किया।
तकनीकी सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली जियोडेसिक लिमिटेड की स्थापना 1982 में हुई थी। इस कंपनी की अब न तो वेबसाइट चल रही है और न ही यह लिस्टेड कंपनी है। स्टोक्स एक्चेंज ने कंपनी के शेयर कारोबार पर भी रोक लगा दी। सेबी और ईडी इस मामले में जांच कर रही है। वहीं, आधी एंटरप्राइजेज पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच चल रही है।